18वीं लोकसभा (current affairs 2024)
18वीं लोकसभा
•18वीं लोकसभा के सदस्यों का विवरण:
• नवनिर्वाचित सांसदों में से 52% सांसद पहली बार लोकसभा में चुनकर आए हैं।
☆ 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए 262 सांसद पहले भी लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा 16 सांसद राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। दो सांसद सात बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं।
• निर्वाचित सांसदों की औसत आयु:
☆ भारत को विश्व के सबसे युवा देशों में से एक माना जाता है, लेकिन इसकी लोकसभा मे निर्वाचित सदस्यों की औसत आयु बढ़ती जा रही है। लोकसभा में 35 वर्ष या उससे कम आयु के सांसदों की संख्या तेजी से घट रही है। पहली लोकसभा में यह संख्या 82 थी (जो अब तक की सबसे अधिक है), जबकि वर्तमान 18वीं लोकसभा में यह 25 है (17वीं लोकसभा में यह 21 थी)।
☆साथ ही, 18वीं लोकसभा में चुने गए सांसदों की औसत आयु बढ़कर 56 वर्ष हो गई है (जो अब तक की सबसे अधिक है), 17वीं लोकसभा में यह 55 वर्ष थी। पहली लोकसभा में औसत आयु 46.5 वर्ष थी। हालांकि, 8वीं लोकसभा के बाद से, 12वीं लोकसभा (1998) को छोड़कर, औसत आयु 50 वर्ष से अधिक रही है।
•महिला सांसद प्रतिनिधित्व:
☆18वीं लोकसभा में 74 सांसद (14%) महिलाएं हैं। यह वर्ष 2019 की तुलना में थोड़ा कम है, उस समय 78 महिलाएं चुनी गई थीं।
• नवनिर्वाचित सांसदों का पेशा:
☆18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित सांसद ज्यादातर कृषि और सामाजिक कार्य के पेशे से जुड़े हैं।
☆उपरोक्त के अलावा, 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित सांसदों में से 7% वकील हैं और 4% चिकित्सक हैं।
•शैक्षणिक योग्यता:
☆नवनिर्वाचित सांसदों में से 78% ने स्रातक शिक्षा पूरी कर ली है। नवनिर्वाचित महिला सांसदों में से 78% ने स्रातक शिक्षा पूरी कर ली है। म्रातक शिक्षा पूरी कर चुके सांसदों का अनुपात लगातार बढ़ रहा है।
☆18वीं लोकसभा में 5% सांसदों के पास डॉक्टरेट की डिग्री है, जिनमें तीन महिला सांसद भी शामिल है।
• ऐसे सांसदों का अनुपात, जो स्रातक नहीं है, 17वीं लोकसभा में 27% से घटकर 18वीं लोकसभा में 22% हो गया।
•आपराधिक मामले:
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के अनुसार, 18वीं लोकसभा में 251 सांसदों (46%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है।
☆यह आँकड़ा लोकसभा में साधारण बहुमत से केवल 21 सांसद कम है।
☆इनमें से 31% पर गंभीर आरोप है जिनमें बलात्कार, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले शामिल हैं।
• आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के जीतने की संभावना 15.3 प्रतिशत अधिक थी, जबकि साफ छवि वाले उम्मीदवारों के जीतने की संभावना 4.4 प्रतिशत थी।
☆18वीं लोकसभा चुनाव में पंजाब के खडूर साहिब से अमृतपान सिंह और कश्मीर के बारामुल्ला से शेख अब्दुल राशिद ने जेल में रहते हुए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सीटें जीतीं।
•18वीं लोकसभा में राजनीतिक दलों की स्थिति:
• 18वीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास सबसे अधिक 240 सांसद हैं, उसके बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के पास 99 सांसद हैं और समाजवादी पार्टी के पास 37 सांसद है।
• इस चुनाव में कुल 41 पार्टियों ने लोकसभा की सीटें जीती है, जबकि वर्ष 2019 में यह संख्या 36 थी। राष्ट्रीय दलों को 346 सीटें (64%) मिलीं हैं, जबकि राज्य स्तर
पर मान्यता प्राप्त दलों को 179 सीटें (33%) मिलीं हैं। • गैर-मान्यता प्राप्त दलों को 11 सीटें मिली हैं तथा 07 निर्दलीयों उम्मीदवारों को जीत मिली है।।
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